ऋषभ नाथ करते हैं, तुमको नमन ।


Aadinath bhagwan


(तर्ज : बहुत प्यार करते हैं - साजन )


ऋषभ नाथ करते हैं, तुमको नमन ।

 ऋषभ नाथ करते हैं, तुमको नमन, 

शरण में हैं आये, तुम्हारी शरण, 

ऋषभ नाथ करते हैं तुमको नमन।


भव भव भटकते लगे ना किनारे, 

तुम्हारे बिना अब भला कौन तारे, 

तुम्ही को पुकारें, हम तारण तरण ।।

 ऋषभ नाथ करते हैं...... |


विषय वासना में रहे लिप्त हरदम, 

कषायों की ज्वाला में जलते रहे हम,

 रागद्वेष का " तारा" होवे शमन ।।

 ऋषभ नाथ करते हैं


जपे हर घड़ी नाम जिनवर तुम्हारा,

 लगे पार बेड़ा अब तो हमारा, 

करे ना कभी हम तो जनम और मरण ।। 

ऋषभ नाथ करते हैं


"पारसनाथ करते हैं तुमको नमन।" 

"महावीर स्वामी को करते नमन।"

Best jain bhajan.

तुने खुब दिया भगवान, तेरा बहोत बड़ा एहसान,

गुरू साथ - साथ चलना

मंगल-मंगल होय जगत में, सब मंगलमय होय |

हर जनम में बाबा तेरा साथ चाहिये, सिर पे मेरे बाबा तेरा हाथ चाहिये,

Naam hai tera taran hara kab tera darshan hoga

रात्रं दिवस देवा तुझी मूर्ति ध्यानात

गुरु मेरी पूजा गुरु जिनेंद्र

भजन कर मस्त जवानी में, भुडापा किसने देखा है,

पार्श्व प्रभु प्यारा - तमारी धुन लागी

चँवलेश्वर पारसनाथ म्हारी नैया पार लगाजो

Best jain bhajan.

तुने खुब दिया भगवान, तेरा बहोत बड़ा एहसान,

गुरू साथ - साथ चलना

मंगल-मंगल होय जगत में, सब मंगलमय होय |

हर जनम में बाबा तेरा साथ चाहिये, सिर पे मेरे बाबा तेरा हाथ चाहिये,

Naam hai tera taran hara kab tera darshan hoga

रात्रं दिवस देवा तुझी मूर्ति ध्यानात

गुरु मेरी पूजा गुरु जिनेंद्र

भजन कर मस्त जवानी में, भुडापा किसने देखा है,

पार्श्व प्रभु प्यारा - तमारी धुन लागी

चँवलेश्वर पारसनाथ म्हारी नैया पार लगाजो