चँवलेश्वर पारसनाथ म्हारी नैया पार लगाजो

 चँवलेश्वर पारसनाथ

चँवलेश्वर पारसनाथ म्हारी नैया पार लगाजो

 

म्हें सुन सुन अतिशय सारा आया दर्शन हित सारा।

होजी म्हाने पार करो मंझधारम्हारी नैया पार लगाजो ।१।

 

ऊंचा पर्वत गहरी झाडी नीचे बह रही नदियां भारी।

होजी थांका दर्शन पर बलिहार,म्हारी नैया पार लगाजो ।२।

 

थे चिंतामणि रतन कहावो दुखिया रा दुख मिटाओ।

म्हाके अंतर ज्योति जगारम्हारी नैया पार लगाजो ।३।

 

तोडी मान कमठ की माला त्यारा नाग नागिन काला।

बन गया देव कृपा तब धार म्हारी नैया पार लगाजो ।४।

 

म्हैं भी अजयमेरुं सुं आया थांका दर्शन कर हरषाया।

जावां दर्शन पर बलिहार म्हारी नैया पार लगाजो ।५।

 

थांको नाम मंत्र जो ध्यावे ब्याकां सगला दुख मिट जावे।

प्रगटे शील आत्मबल सार म्हारी नैया पार लगाजो ।६।

Best jain bhajan.

तुने खुब दिया भगवान, तेरा बहोत बड़ा एहसान,

गुरू साथ - साथ चलना

मंगल-मंगल होय जगत में, सब मंगलमय होय |

हर जनम में बाबा तेरा साथ चाहिये, सिर पे मेरे बाबा तेरा हाथ चाहिये,

Naam hai tera taran hara kab tera darshan hoga

रात्रं दिवस देवा तुझी मूर्ति ध्यानात

गुरु मेरी पूजा गुरु जिनेंद्र

भजन कर मस्त जवानी में, भुडापा किसने देखा है,

पार्श्व प्रभु प्यारा - तमारी धुन लागी

Best jain bhajan.

तुने खुब दिया भगवान, तेरा बहोत बड़ा एहसान,

गुरू साथ - साथ चलना

मंगल-मंगल होय जगत में, सब मंगलमय होय |

हर जनम में बाबा तेरा साथ चाहिये, सिर पे मेरे बाबा तेरा हाथ चाहिये,

Naam hai tera taran hara kab tera darshan hoga

रात्रं दिवस देवा तुझी मूर्ति ध्यानात

गुरु मेरी पूजा गुरु जिनेंद्र

भजन कर मस्त जवानी में, भुडापा किसने देखा है,

पार्श्व प्रभु प्यारा - तमारी धुन लागी