Amrut se gagari bharo ki prabhu ji aaj

 अमृत से गगरी भरो, कि न्हवन प्रभु आज करेंगे।

खुशी-खुशी मिल के चलो, कि न्हवन प्रभु आज करेंगे।टेक॥


सब साथी मिल कलश सजाओ, मङ्गलकारी गीत सुनाओ;

मन में आनन्द भयो, कि न्हवन प्रभु आज करेंगे ।।१।।


इन्द्र इन्द्राणी मिल हर्ष मनावें, प्रभु-चरणों में शीश झुकावें;

प्रभुजी की छवि निरखो, कि न्हवन प्रभु आज करेंगे ॥२ ।।


सुवर्ण कलश प्रभु उदकनि धारा, अङ्गे न्हावे जिनवर प्यारा;

स्वामी जगत को खरो, कि न्हवन प्रभु आज करेंगे ॥३॥


हे सुखकारी सब दु:खहारी, सेवा जिनकी प्यारी-प्यारी;

लेकर ‘सरस’ को चलो, कि न्हवन प्रभु आज करेंगे ॥४॥





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Best jain bhajan.

तुने खुब दिया भगवान, तेरा बहोत बड़ा एहसान,

गुरू साथ - साथ चलना

मंगल-मंगल होय जगत में, सब मंगलमय होय |

हर जनम में बाबा तेरा साथ चाहिये, सिर पे मेरे बाबा तेरा हाथ चाहिये,

Naam hai tera taran hara kab tera darshan hoga

रात्रं दिवस देवा तुझी मूर्ति ध्यानात

गुरु मेरी पूजा गुरु जिनेंद्र

भजन कर मस्त जवानी में, भुडापा किसने देखा है,

पार्श्व प्रभु प्यारा - तमारी धुन लागी

चँवलेश्वर पारसनाथ म्हारी नैया पार लगाजो

Best jain bhajan.

तुने खुब दिया भगवान, तेरा बहोत बड़ा एहसान,

गुरू साथ - साथ चलना

मंगल-मंगल होय जगत में, सब मंगलमय होय |

हर जनम में बाबा तेरा साथ चाहिये, सिर पे मेरे बाबा तेरा हाथ चाहिये,

Naam hai tera taran hara kab tera darshan hoga

रात्रं दिवस देवा तुझी मूर्ति ध्यानात

गुरु मेरी पूजा गुरु जिनेंद्र

भजन कर मस्त जवानी में, भुडापा किसने देखा है,

पार्श्व प्रभु प्यारा - तमारी धुन लागी

चँवलेश्वर पारसनाथ म्हारी नैया पार लगाजो